सिर्फ डीएवीवी ही कर सका कालेजों की फीस तय, आवेदन लेने की तैयारी में बीयू
भोपाल
दो साल पहले बनी योजना पर अब अमल होता नजर आ रहा है। इसकी शुरूआत देवी अहिल्याबाई विश्वविद्यालय (डीएवीवी)ने कर दी है। डीएवीवी अपने से संबद्ध कॉलेजों की फीस तय कर कर दी है। संभवता: यह प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय है जहां सबसे पहले कॉलेजों की फीस तय की गई है। जबकि राज्य के शेष आध दर्जन विश्वविद्यालय फीस निर्धारित की प्रक्रिया तक शुरू नहीं कर सके हैं। वहीं बरकतउल्ला विश्वविद्यालय सिर्फ प्रक्रिया शुरू कर सका है। दस जून से उच्च शिक्षा विभाग ने यूजी के पंजीयन शुरू कर दिए हैं। वहीं पीजी के पंजीयन 15 जून से शुरू हो जाएंगे।
शासन ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को अपने दायरे में आने वाले कालेजों की फीस निर्धारित करने का दायित्व दिया है। 28 दिसंबर 2017 को आयोजित बैठक में तत्कालीन एसीएस बीार नायडू और आयुक्त नीरज मंडलोई ने फीस निर्धारित करने के निर्देश जारी किए थे। बैठक को हुए करीब डेढ़ साल हो गया है, लेकिन विवि उनके निर्देशों को ज्यादा तवज्जो नहीं दे रहे हैं। बैठक में विश्वविद्यालयों ने सेंट्रल कमेटी गठित कर कॉलेजों की फीस तय करने का निर्णय लिया था। कमेटी का गठन विश्वविद्यालयों को अपने स्तर पर करना था। विभाग ने तीस मई तक फीस निर्धारित करने का समय दिया है। इसके बाद भी विवि के कार्य में तेजी नहीं दिखाई दे रही है।
बरकतउल्ला विश्वविद्यारलय में कमेटी का गठन पिछले वर्ष ही कर दिया गया था, लेकिन कॉलेजों से जानकारी न मिलने के कारण फीस तय नहीं हो सकी है। अधिकारियों ने बताया कि नए सत्र की फीस तय करने के लिए कॉलेजों से जानकारी मांगी गई है। विवि से सैकड़ों कॉलेज संबद्ध होते हैं। ऐसी स्थिति में विवि उपलब्ध सुविधाओं और छात्र संख्या के हिसाब से कॉलेजों को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित करेंगे। इसके बाद उनकी फीस का निर्धारण होगा। इस दौरान कॉलेजों की चार्जशीट भी चैक की जाएगी। यही स्थिति प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों की भी है।
अभी तक नोडल कॉलेज तय करते थे फीस
पारंपरिक विश्वविद्यालयों से संबद्ध निजी कॉलेजों में चलने वाले सामान्य कोर्स बीए, बीकॉम, बीएससी, एमए, एमएससी, एमकॉम आदि की फीस तय करने का अधिकार अब तक सरकारी नॉडल कॉलेजों को था। कॉलेज फीस वृद्धि संबंधी प्रस्ताव नोडल कॉलेज के प्राचार्य को देते थे और और प्राचार्य जांच-पड़ताल के बाद सहमति प्रदान करते थे, लेकिन इस साल से शासन ने संबद्धता के साथ-साथ फीस निर्धारण का अधिकार भी विश्वविद्यालयों को दे दिया है।
विवि से संबद्धता प्राप्त कॉलेजों की संख्या
- बरकतउल्ला विश्वविद्यालय, भोपाल 386
- जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर 250
- देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय, इंदौर 16 7
- रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर 178
- एपीएस विश्वविद्यालय, रीवा, 127
- विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन 101
कोशिश करेंगे कि प्रवेश प्रक्रिया शुरू होने से पहले कॉलेजों की फीस तय हो सके। कॉलेजों से जानकारी मांगी गई है। इसके बाद उनके आय-व्यय देखने के बाद फीस तय की जाएगी।
अजीत श्रीवास्तव, रजिस्ट्रार, बरकतउल्ला विश्वविद्यालय
30 मई तक प्रक्रिया पूरी की जाना थी, जिन कॉलेजों ने फीस बढ़ाने के लिए आवेदन किया था उनकी स्थिति देखने के कारण फीस तय कर दी है। कुछ कॉलेजों ने फीस यथावत करने का फैसला लिया है।
अनिल शर्मा, रजिस्ट्रार, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय
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